जेलेंस्की की ट्रंप को रिझाने की कोशिश: एक जटिल राजनयिक दांव ट्रंप को मनाने अमेरिका गए थे यूक्रेनी राष्ट्रपति,
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की एक मुश्किल राजनयिक चुनौती का सामना कर रहे हैं। उन्हें अपने देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन बनाए रखने की आवश्यकता है, जबकि वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। हाल ही में, जानकारों और विश्लेषकों ने यह अटकलें लगाई हैं कि जेलेंस्की का असली मकसद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मनाने का है। यह कोशिश अमेरिकी राष्ट्रपति और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बढ़ती नजदीकियों के संदर्भ में की जा रही है।
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जेलेंस्की के लिए ट्रंप का समर्थन क्यों इतना महत्वपूर्ण है? इसका जवाब अमेरिका की वैश्विक शक्ति और यूक्रेन के लिए उसके समर्थन में निहित है। अमेरिका, यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता का एक प्रमुख स्रोत रहा है, जो रूस के साथ जारी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए, अमेरिका ने यूक्रेन को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की, लेकिन ट्रंप के “अमेरिका फर्स्ट” दृष्टिकोण और रूस के प्रति उनके नरम रुख ने कीव में चिंता पैदा कर दी।
ट्रंप और पुतिन के बीच हाल के दिनों में बढ़ती नजदीकियों ने यूक्रेन की चिंता को और बढ़ा दिया है। दोनों नेताओं ने कई मौकों पर एक-दूसरे की प्रशंसा की है और विभिन्न मुद्दों पर सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की है। इस तरह के संबंध यूक्रेन के लिए चिंताजनक हैं, क्योंकि रूस 2014 से ही क्रीमिया पर कब्जा कर चुका है और पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों का समर्थन कर रहा है।
फॉक्स न्यूज को दिए एक हालिया इंटरव्यू में, जेलेंस्की ने ट्रंप को रिझाने की अपनी कोशिश को खुलकर स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि ट्रंप इस मामले में “मध्य में” रहें, लेकिन वे यह भी चाहते हैं कि ट्रंप उनका समर्थन करें। जेलेंस्की का यह बयान एक जटिल राजनयिक स्थिति को दर्शाता है, जहां यूक्रेन को अपनी सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय समर्थन को संतुलित करना है।
जेलेंस्की ने ट्रंप से माफी मांगने से इनकार कर दिया, जबकि पहले उन पर ट्रंप के साथ एक फोन कॉल के दौरान अनुचित दबाव डालने का आरोप लगा था। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति और अमेरिकी लोगों का सम्मान करते हैं। यह रुख जेलेंस्की की अपनी स्थिति को बनाए रखने की कोशिश को दर्शाता है। वह माफी मांगकर ट्रंप को नाराज नहीं करना चाहते हैं, लेकिन वह यूक्रेन की गरिमा और संप्रभुता का भी बचाव करना चाहते हैं।
हालांकि, जेलेंस्की की कोशिशें कितनी सफल होंगी, यह कहना मुश्किल है। ट्रंप एक अप्रत्याशित नेता हैं, और उनकी विदेश नीति के फैसले अक्सर पारंपरिक राजनयिक मानदंडों को चुनौती देते हैं। यह भी स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप यूक्रेन के मुद्दे पर कितना ध्यान देंगे, खासकर जब वह 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए संभावित उम्मीदवार हों।
फिर भी, जेलेंस्की के लिए ट्रंप को रिझाने की कोशिश करना महत्वपूर्ण है। यूक्रेन एक मुश्किल स्थिति में है, और उसे अपने सहयोगियों से सभी संभव समर्थन की आवश्यकता है। ट्रंप का समर्थन, भले ही वह सशर्त हो या सीमित हो, यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति हो सकती है।
हालांकि, जेलेंस्की को यह भी समझना होगा कि उन्हें अमेरिका के अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार करना होगा। उन्हें यूरोपीय संघ और अन्य देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना होगा, और उन्हें रूस के साथ बातचीत के लिए भी तैयार रहना होगा। यूक्रेन के लिए सबसे अच्छा रास्ता एक संतुलित दृष्टिकोण है जो अंतर्राष्ट्रीय समर्थन को अधिकतम करता है, जबकि संघर्ष को हल करने के लिए राजनयिक विकल्पों का पीछा करता है।
जेलेंस्की की ट्रंप को रिझाने की कोशिश एक जटिल और जोखिम भरा दांव है। इसकी सफलता अनिश्चित है, लेकिन यूक्रेन के लिए यह एक जरूरी प्रयास है। वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, और यूक्रेन को अपनी सुरक्षा और भविष्य के लिए हर संभव विकल्प तलाशना होगा। जेलेंस्की की सफलता या विफलता न केवल यूक्रेन के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण परिणाम लाएगी।
स्कूल असेंबली मुख्य समाचार, 1 मार्च 2025: स्टूडेंट्स के लिए ताजा समाचार, आज की स्कूल असेंबली