प्रभु देवा का फॉर्मूला फेल: सलमान खान की दो फिल्मों को मिलाकर भी दर्शक नहीं आए थिएटर

प्रभु देवा का फॉर्मूला फेल: सलमान खान की दो फिल्मों को मिलाकर भी दर्शक नहीं आए थिएटर

बॉलीवुड में फिल्म निर्माताओं का एक आम चलन रहा है कि वे हिट फिल्मों के फॉर्मूले को दोहराने की कोशिश करते हैं। कई बार यह रणनीति सफल हो जाती है, लेकिन कई बार यह बुरी तरह से विफल भी हो जाती है। ऐसा ही एक प्रयास प्रभु देवा ने तब किया जब उन्होंने सलमान खान की दो सफल फिल्मों के तत्वों को मिलाकर एक नई फिल्म बनाने का फैसला किया। हालाँकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से विफल रही और थिएटर खाली पड़े रहे।

प्रभु देवा: एक अनुभवी निर्देशक

प्रभु देवा एक प्रसिद्ध कोरियोग्राफर, अभिनेता और निर्देशक हैं। उन्होंने बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय सिनेमा में कई सफल फिल्मों का निर्देशन किया है। उनके निर्देशन में बनी कुछ प्रमुख फिल्मों में ‘वांटेड’, ‘राउडी राठौर’, ‘आर… राजकुमार’ और ‘सिंह इज ब्लिंग’ शामिल हैं। प्रभु देवा को उनकी एक्शन और कॉमेडी फिल्मों के लिए जाना जाता है।

सलमान खान: बॉक्स ऑफिस के बादशाह

सलमान खान बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय और सफल अभिनेताओं में से एक हैं। उनकी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर हमेशा अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है। सलमान खान की कुछ प्रमुख फिल्मों में ‘हम आपके हैं कौन’, ‘मैंने प्यार किया’, ‘करण अर्जुन’, ‘हम साथ साथ हैं’, ‘दबंग’, ‘एक था टाइगर’ और ‘बजरंगी भाईजान’ शामिल हैं। सलमान खान को उनकी एक्शन, कॉमेडी और रोमांटिक भूमिकाओं के लिए जाना जाता है।

फिल्म का विचार: दो हिट फिल्मों का मिश्रण

प्रभु देवा ने सलमान खान की दो सफल फिल्मों के तत्वों को मिलाकर एक नई फिल्म बनाने का विचार किया। इस फिल्म में सलमान खान की ‘वांटेड’ और ‘दबंग’ जैसी फिल्मों के एक्शन और कॉमेडी तत्वों को शामिल किया गया था। फिल्म में एक नए हीरो को लिया गया था और कहानी को आधुनिक दर्शकों के अनुरूप बनाने की कोशिश की गई थी।

1. कहानी में मौलिकता की कमी:

फिल्म की सबसे बड़ी कमी यह थी कि इसमें मौलिकता की कमी थी। फिल्म सलमान खान की दो सफल फिल्मों के तत्वों का मिश्रण थी, लेकिन इसमें कुछ भी नया या रोमांचक नहीं था। दर्शकों को पहले से ही पता था कि कहानी किस दिशा में जाएगी, जिससे उनमें उत्साह और उत्सुकता कम हो गई।

2. कमजोर पटकथा और निर्देशन:

फिल्म की पटकथा कमजोर थी और निर्देशन में नवीनता की कमी थी। प्रभु देवा एक अनुभवी निर्देशक हैं, लेकिन इस फिल्म में उनकी रचनात्मकता और निर्देशन कौशल की कमी दिखाई दी। फिल्म में एक्शन और कॉमेडी के दृश्य भी दर्शकों को प्रभावित करने में विफल रहे।

3. नए हीरो का प्रभाव:

सलमान खान एक लोकप्रिय और स्थापित अभिनेता हैं। उनकी फिल्मों को देखने के लिए दर्शक सिनेमाघरों में उमड़ पड़ते हैं। दूसरी ओर, एक नए हीरो के साथ फिल्म बनाने का मतलब है कि आपके पास दर्शकों को आकर्षित करने के लिए एक मजबूत कहानी, निर्देशन और प्रचार रणनीति होनी चाहिए। फिल्म में नए हीरो का अभिनय भी औसत दर्जे का था और वह दर्शकों को प्रभावित करने में विफल रहे।

4. सलमान खान के प्रशंसकों की निराशा:

सलमान खान के प्रशंसकों को उम्मीद थी कि प्रभु देवा सलमान खान के साथ एक नई और रोमांचक फिल्म बनाएंगे। जब उन्हें पता चला कि फिल्म सलमान खान की पिछली फिल्मों का मिश्रण है और इसमें एक नया हीरो है, तो वे निराश हो गए। इससे फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की संख्या में कमी आई।

5. प्रचार और विपणन की कमी:

किसी भी फिल्म की सफलता के लिए प्रचार और विपणन महत्वपूर्ण हैं। यदि फिल्म का प्रचार ठीक से नहीं किया जाता है, तो दर्शकों को फिल्म के बारे में पता नहीं चलता है और वे इसे देखने के लिए सिनेमाघरों में नहीं जाते हैं। इस फिल्म के प्रचार और विपणन में भी कमी दिखाई दी, जिसके कारण यह दर्शकों तक पहुंचने में विफल रही।

6. कमजोर संगीत:

फिल्म का संगीत भी दर्शकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि फिल्म का संगीत कमजोर है, तो दर्शक फिल्म से जुड़ नहीं पाते हैं। इस फिल्म का संगीत भी दर्शकों को प्रभावित करने में विफल रहा, जिसके कारण फिल्म की लोकप्रियता में कमी आई।

7. दर्शकों की बदलती पसंद:

आजकल दर्शकों की पसंद बदल रही है। वे नई और मौलिक कहानियों को देखना चाहते हैं। यदि फिल्म में कुछ भी नया नहीं है, तो दर्शक उसे देखने में रुचि नहीं दिखाते हैं। इस फिल्म में भी कुछ नया नहीं था, जिसके कारण यह दर्शकों को आकर्षित करने में विफल रही।

निष्कर्ष:

प्रभु देवा का सलमान खान की दो फिल्मों के तत्वों को मिलाकर एक नई फिल्म बनाने का प्रयास विफल रहा। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप हो गई और थिएटर खाली पड़े रहे। इस विफलता के कई कारण थे, जिनमें कहानी में मौलिकता की कमी, कमजोर पटकथा और निर्देशन, नए हीरो का प्रभाव, सलमान खान के प्रशंसकों की निराशा, प्रचार और विपणन की कमी, कमजोर संगीत और दर्शकों की बदलती पसंद शामिल हैं। इस फिल्म से यह सीख मिलती है कि फिल्म निर्माताओं को हमेशा मौलिक कहानियों को बनाने पर ध्यान देना चाहिए और दर्शकों की बदलती पसंद को ध्यान में रखना चाहिए।thumb_upthumb_down

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