बीजेपी का राहुल गांधी पर पलटवार, गुजरात दौरे के बीच विदेश में मुलाकातों का मांगा ब्यौरा 2025

बीजेपी का राहुल गांधी पर पलटवार, गुजरात दौरे के बीच विदेश में मुलाकातों का मांगा ब्यौरा

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए उनके हालिया विदेश दौरों को लेकर सवाल उठाए हैं। गुजरात दौरे के दौरान बीजेपी ने राहुल गांधी से उनकी विदेश यात्राओं का ब्यौरा देने की मांग की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी भारत में रहते हुए विदेशी ताकतों से मिलने और देश की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।

बीजेपी का आरोप: विदेशी शक्तियों से संपर्क?

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,

“राहुल गांधी भारत में रहते हुए लगातार विदेश यात्राएं कर रहे हैं, लेकिन वे इन दौरों का कोई आधिकारिक विवरण नहीं देते। वे किन लोगों से मिलते हैं? किन मुद्दों पर चर्चा करते हैं? देश को यह जानने का पूरा हक है।”

बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी की मुलाकातें अक्सर भारतीय राजनीति, न्यायपालिका और लोकतांत्रिक संस्थानों को बदनाम करने की रणनीति से जुड़ी होती हैं। पात्रा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने अपने ब्रिटेन और अमेरिका दौरे के दौरान भारत की सरकार और संस्थाओं को लेकर कई विवादास्पद बयान दिए थे।

राहुल गांधी का गुजरात दौरा और कांग्रेस की रणनीति

राहुल गांधी ने हाल ही में गुजरात के विभिन्न हिस्सों में जनसभाएं और रैलियाँ कीं। इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और मंहगाई, बेरोजगारी और लोकतंत्र के हनन जैसे मुद्दों को उठाया।

उन्होंने कहा,
“बीजेपी सरकार का ध्यान केवल कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने पर है, जबकि आम जनता महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही है।”

गुजरात में कांग्रेस अगले विधानसभा चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में है, और राहुल गांधी का दौरा इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

बीजेपी का जवाब: “राहुल गांधी विदेश में जाकर भारत का अपमान करते हैं”

बीजेपी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी भारत में चुनावी सभाओं के दौरान जो भाषण देते हैं, वही बातें वे विदेशी मंचों पर जाकर भी दोहराते हैं, जिससे भारत की छवि को नुकसान पहुँचता है

पात्रा ने यह भी कहा,

“राहुल गांधी को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने हालिया विदेशी दौरे के दौरान किन-किन संगठनों और नेताओं से मुलाकात की। क्या उन्होंने भारत के खिलाफ किसी अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बनने की कोशिश की?”

राहुल गांधी के विदेश दौरे पर उठ रहे सवाल

बीजेपी नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी के विदेशी दौरों में उनकी मुलाकातें अक्सर रहस्यमयी होती हैं और उनके बयानों से लगता है कि वे भारत विरोधी एजेंडा को बढ़ावा देने वाली ताकतों से मिलते हैं।

पिछले साल राहुल गांधी के ब्रिटेन दौरे के दौरान उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में “भारतीय लोकतंत्र पर खतरा” विषय पर भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला हो रहा है और विपक्ष को दबाया जा रहा है। उनके इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और इसे “भारत का अपमान” करार दिया था।

कांग्रेस का पलटवार: “बीजेपी डर गई है”

बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी को राहुल गांधी के विदेश दौरों से डर लगने लगा है क्योंकि वे जहाँ भी जाते हैं, वहाँ सच्चाई सामने रखते हैं

उन्होंने कहा,
“राहुल गांधी भारत की आवाज को दुनिया तक पहुँचाते हैं। मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए कि वह खुद किन-किन अंतरराष्ट्रीय लॉबियों से जुड़ी हुई है। राहुल गांधी के दौरों को संदेह की नज़र से देखना बीजेपी की घबराहट को दिखाता है।”

राहुल गांधी और विदेशी मंचों पर भारत का मुद्दा

राहुल गांधी पिछले कुछ वर्षों में कई बार विदेशी मंचों पर भारत की राजनीतिक स्थिति पर बोल चुके हैं। उन्होंने

  • अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा जैसी जगहों पर जाकर विभिन्न संस्थानों में व्याख्यान दिए हैं।
  • भारतीय लोकतंत्र, न्यायपालिका और मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर चिंता व्यक्त की है।
  • बीजेपी सरकार पर अल्पसंख्यकों के दमन और लोकतंत्र को कमजोर करने के आरोप लगाए हैं।

बीजेपी बनाम कांग्रेस: 2024 चुनावों से पहले जुबानी जंग

विशेषज्ञों का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी और कांग्रेस के बीच यह राजनीतिक जंग और तेज होगी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और उनके बढ़ते आक्रामक रवैये से कांग्रेस को कुछ बढ़त मिलती दिख रही है, लेकिन बीजेपी इसे कमज़ोर करने के लिए राष्ट्रवाद और विदेश नीति जैसे मुद्दों को भुनाने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी का तर्क है कि देश के नेता को विदेशों में जाकर भारत की नकारात्मक छवि पेश करने से बचना चाहिए। वहीं कांग्रेस का मानना है कि राहुल गांधी भारत के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर कर लोकतंत्र बचाने का काम कर रहे हैं।

निष्कर्ष

राहुल गांधी के विदेशी दौरों और उनके बयानों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। एक ओर बीजेपी उन्हें “भारत विरोधी ताकतों” से जुड़ा दिखाने की कोशिश कर रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस इसे “लोकतंत्र की रक्षा” से जोड़ रही है।

आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी विदेश में अपनी सक्रियता जारी रखते हैं या नहीं, और बीजेपी इस मुद्दे को 2024 के चुनावों तक कैसे भुनाती है। फिलहाल, भारतीय राजनीति में यह मुद्दा गर्माया हुआ है और दोनों पक्षों की ओर से लगातार बयानबाज़ी जारी है।

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