Bihar: लालू ने कहा- इस बार Bihar का CM बनेगा तेजस्वी, अपने नेता को रोटी-साग खिलाकर क्या बोल गए केदार यादव

bihar की राजनीति में लालू प्रसाद यादव हमेशा से ही एक अहम किरदार रहे हैं। उनकी बातें, उनके अंदाज और उनके सियासी दांव-पेंच अक्सर सुर्खियां बटोरते रहे हैं। हाल ही में, लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी, जब उन्होंने यह दावा किया कि इस बार तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।
यह घोषणा लालू प्रसाद यादव ने तब की, जब वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता केदार यादव के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे। केदार यादव ने लालू प्रसाद यादव को अपने हाथों से रोटी-साग परोसा।bihar इस दौरान लालू प्रसाद यादव ने केदार यादव की सादगी और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि केदार यादव जैसे नेता ही पार्टी की असली ताकत हैं।
लालू प्रसाद यादव के इस दौरे को राजनीतिक गलियारों में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर तब, जब बिहार में महागठबंधन सरकार चल रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। ऐसे में लालू प्रसाद यादव का यह बयान कई सवाल खड़े करता है।

लालू के बयान के मायने:
लालू प्रसाद यादव का यह बयान कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
- तेजस्वी को नेतृत्व सौंपने का संकेत: लालू प्रसाद यादव लंबे समय से तेजस्वीbihar यादव को राजनीतिक रूप से स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बयान स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि वे तेजस्वी को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और उन्हें नेतृत्व सौंपने के लिए तैयार हैं।
- नीतीश कुमार पर दबाव: महागठबंधन सरकार में RJD सबसे बड़ी पार्टी है। लालू प्रसाद यादव का यह बयान नीतीश कुमार पर दबाव बनाने का एक तरीका भी हो सकता है। वे नीतीश कुमार को यह याद दिलाना चाहते हैं कि सरकार RJD के समर्थन पर टिकी हुई है और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की उनकी मांग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
- कार्यकर्ताओं को संदेश: लालू प्रसाद यादव का यह बयान RJD कार्यकर्ताओं को एक स्पष्ट संदेश है कि तेजस्वी यादव ही उनके नेता हैं और उन्हें भविष्य में बिहार का नेतृत्व करने के लिएbihar तैयार रहना चाहिए। यह कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने और उन्हें एकजुट रखने का प्रयास है।
- राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावना: लालू प्रसाद यादव के इस बयान से bihar के राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावना बढ़ गई है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान बढ़ सकती है, जिससे महागठबंधन सरकार में अस्थिरता आ सकती है।
केदार यादव का महत्व:
केदार यादव RJD के एक वरिष्ठ नेता हैं और उनका जमीनी स्तbiharर पर काफी प्रभाव है। लालू प्रसाद यादव का केदार यादव के आवास पर जाना और उनके साथ भोजन करना यह दर्शाता है कि लालू प्रसाद यादव उनका सम्मान करते हैं और उन्हें पार्टी में महत्वपूर्ण मानते हैं। लालू प्रसाद यादव ने केदार यादव की सादगी औरbihar समर्पण की प्रशंसा करके यह संदेश दिया कि पार्टी में निष्ठा और ईमानदारी का सम्मान किया जाता है।
बयान पर प्रतिक्रियाएं:

लालू प्रसाद यादव के इस बयान पर विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं कीbihar अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ नेताओं ने इसे लालू प्रसाद यादव का निजी विचार बताया है, जबकि कुछ ने इसे महागठबंधन सरकार में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करार दिया है।
- JDU की प्रतिक्रिया: जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और लालू प्रसाद यादव का यह बयान बेबुनियाद है।
- BJP की प्रतिक्रिया: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने इस बयान को महागठबंधन सरकार में आपसी कलह का संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी।
निष्कर्ष:
लालू प्रसाद यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एकbihar नया मोड़ ला सकता है। तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की उनकी घोषणा और केदार यादव जैसे नेता को महत्व देने से RJD में नई ऊर्जा का संचार हो सकता है। हालांकि, इस बयान से महागठबंधन सरकार में अस्थिरता की संभावना भी बढ़ गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है। लालू प्रसाद यादव के इस बयान का bihar की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।