छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: Bijapur और कांकेर में सुरक्षा बलों ने 24 नक्सलियों को मार गिराया, भारी मात्रा में हथियार बरामद
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। राज्य के बीजापुर और कांकेर जिलों में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 24 नक्सलियों को मार गिराया है। इन मुठभेड़ों में नक्सलियों के पास से ऑटोमेटिक हथियार और गोला-बारूद का जखीरा भी बरामद हुआ है।

कांकेर में सबसे बड़ी सफलता
कांकेर जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 16 नक्सलियों को मार गिराया।Bijapur यह इस साल की सबसे बड़ी नक्सली विरोधी कार्रवाई मानी जा रही है। मुठभेड़ कांकेर जिले के छोटेबेटिया थाना क्षेत्र के कालागुट्टा इलाके के जंगलों में हुई। मारे गए नक्सलियों में कुछ बड़े कमांडर भी शामिल हैं, जिनकी पहचान अभी तक उजागर नहीं की गई है।
पुलिस के अनुसार, खुफिया जानकारी मिली थीBijapur कि कालागुट्टा इलाके में बड़ी संख्या में नक्सली एकत्रित हुए हैं। इस सूचना के आधार पर डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। कई घंटों तक चली इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचाया।
बीजापुर में 8 नक्सली ढेर

वहीं, बीजापुर जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 8 नक्सलियों को मार गिराया। यह मुठभेड़ जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के पीड़िया इलाके के जंगलों में हुई। इस इलाके में भी नक्सलियों Bijapurकी मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। मुठभेड़ के बाद इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
बरामद हथियार और गोला-बारूद
दोनों मुठभेड़ों के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। इनमें ऑटोमेटिक राइफल, इंसास राइफल, एसएलआर, 303 राइफल, ग्रेनेड और बड़ी संख्या में कारतूस शामिल हैं। इसके अलावा, नक्सली साहित्य और अन्य सामग्री भी बरामद हुई है।
सुरक्षा बलों की रणनीति
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ Bijapurसुरक्षा बलों की रणनीति में पिछले कुछ सालों में बदलाव आया है। अब सुरक्षा बल आक्रामक रुख अपना रहे हैं और नक्सलियों के गढ़ में घुसकर कार्रवाई कर रहे हैं। इसके साथ ही, खुफिया तंत्र को भी मजबूत किया गया है, जिससे नक्सलियों की गतिविधियों की सटीक जानकारी मिल सके।
सुरक्षा बलों की इस नई रणनीति के चलते नक्सलियों पर Bijapurदबाव बढ़ा है और उनके प्रभाव क्षेत्र में कमी आई है। हालांकि, नक्सली अभी भी कुछ इलाकों में सक्रिय हैं और सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बने हुए हैं।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इन मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों को मिली सफलता पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नक्सलियों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी और उन्हें पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई दी और उनके साहस की सराहना की।
आगे की राह

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी रहेगी। राज्य सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए भी प्रयास कर रही है। इसके लिए, पुनर्वास नीति को और प्रभावी बनाया जा रहा है औरBijapur नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए सरकार को विकास कार्यों पर भी ध्यान देना होगा। नक्सल प्रभावित इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बढ़ाने होंगे, ताकि लोगों को नक्सलियों के प्रभाव से दूर रखा जा सके।
यह एक लंबी और कठिन लड़ाई है, लेकिनBijapur सरकार और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से नक्सल समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।
यहां कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:
- कांकेर मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के शवों को बरामद कर लिया गया है और उनकी पहचान की जा रही है।
- बीजापुर मुठभेड़ में घायल हुए जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
- राज्य सरकार ने मुठभेड़ों में शहीद हुए जवानोंBijapur के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
- सुरक्षा बलों ने Bijapurइलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है और नक्सलियों की तलाश जारी है।
यह घटना छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की गंभीरBijapur समस्या को उजागर करती है, लेकिन यह सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प और साहस को भी दर्शाती है
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