सिर्फ Body नहीं, दिमाग भी प्रभावित करता है खाना – जानें डाइट और मूड का रिश्ता
हम जो कुछ भी खाते हैं, उसका असर सिर्फ हमारे Body पर ही नहीं, बल्कि हमारे दिमाग और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। अक्सर हम अपने आहार को केवल Body स्वास्थ्य से जोड़कर देखते हैं, लेकिन डाइट और मूड के बीच गहरा संबंध होता है। अगर आप लगातार तनावग्रस्त, उदास या चिड़चिड़े महसूस कर रहे हैं, तो इसका कारण आपकी खाने की आदतें भी हो सकती हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डॉक्टरों के अनुसार, सही पोषण दिमागी कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है, जबकि अस्वास्थ्यकर भोजन मानसिक तनाव और अवसाद का कारण बन सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि कैसे हमारा खानपान हमारे मानसिक स्वास्थ्य Body और मूड को प्रभावित करता है।
1. कैसे प्रभावित करता है खाना हमारा मूड?
हमारे मस्तिष्क और आंत (Gut) का सीधा संबंध होता है। हमारे आंत में मौजूद गट माइक्रोबायोम (Gut Microbiome) न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन में मदद करता है, जो हमारे मूड को नियंत्रित करते हैं। उदाहरण के लिए:
- सेरोटोनिन (Serotonin) – जिसे “हैप्पी हार्मोन” भी कहा जाता है, यह 90% तक आंत में बनता है।
- डोपामिन (Dopamine) – यह खुशी और आनंद की भावना को बढ़ाता है।
- कोर्टिसोल (Cortisol) – यह तनाव हार्मोन है, जो गलत खानपान से बढ़ सकता है।
अगर हमारा आहार खराब होता है, तो यह हार्मोन असंतुलित हो सकते हैं, जिससे हमारा मूड नेगेटिव हो सकता है।
2. कौन से खाद्य पदार्थ हमारे मूड को सुधारते हैं?
कुछ विशेष खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्यBody को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
(A) हेल्दी फूड्स जो मूड को बेहतर बनाते हैं

- फाइबर युक्त भोजन – साबुत अनाज, दलिया, फल और सब्जियां पाचन को बेहतर बनाकर तनाव को कम करती हैं।
- प्रोबायोटिक फूड्स – दही, छाछ, अचार और किमची गट हेल्थ को सुधारते हैं, जिससे सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड – मछली, अलसी, अखरोट और चिया सीड्स ब्रेन फंक्शन को बेहतर करते हैं और डिप्रेशन को कम करते हैं।
- डार्क चॉकलेट – एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डार्क चॉकलेट मूड को तुरंत सुधारती है।
- मेवे और बीज (Nuts & Seeds) – बादाम, अखरोट और सूरजमुखी के बीज ब्रेन हेल्थ को बूस्ट करते हैं।
(B) कौन से खाद्य पदार्थ मानसिक स्वास्थ्य Bodyको नुकसान पहुंचाते हैं?
कुछ खाद्य पदार्थ हमारे तनाव और चिंता को बढ़ा सकते हैं, जैसे:
- अत्यधिक चीनी और प्रोसेस्ड फूड्स – ये Body में सूजन और इंसुलिन का स्तर बढ़ाकर दिमागी असंतुलन पैदा कर सकते हैं।
- कैफीन और एनर्जी ड्रिंक्स – जरूरत से ज्यादा कैफीन नींद की समस्या और चिंता बढ़ा सकता है।
- जंक फूड और तला-भुना खाना – ये Body में अनहेल्दी फैट बढ़ाकर ब्रेन फंक्शन को नुकसान पहुंचाते हैं।
- अल्कोहल और धूम्रपान – ये मानसिक स्वास्थ्य Body के लिए हानिकारक होते हैं और तनाव को बढ़ाते हैं।
3. न्यूट्रिशन और मानसिक स्वास्थ्य का विज्ञान
आजकल डॉक्टर और वैज्ञानिक भी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि एक संतुलित आहार (Balanced Diet) मानसिक स्वास्थ्य Body के लिए बेहद जरूरी है।
- बैलेंस डाइट का सेवन – सही मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, हेल्दी फैट, विटामिन और मिनरल लेने से मानसिक सेहत बेहतर रहती है।
- हाइड्रेशन बनाए रखना – पानी की कमी से थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।
- नियमित भोजन करना – अनियमित खानपान ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है, जिससे मूड स्विंग्स हो सकते हैं।
4. डॉक्टर की राय: कैसे सुधारें डाइट और मूड?
- हर दिन पोषण से भरपूर भोजन करें – ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और हेल्दी फैट का सेवन करें।
- स्ट्रेस फूड्स से बचें – अत्यधिक चीनी, जंक फूड और कैफीन का सेवन सीमित करें।
- खाने का सही समय निर्धारित करें – ब्रेकफास्ट स्किप न करें और संतुलित मील लें।
- योग और एक्सरसाइज करें – शारीरिक गतिविधि दिमाग में हैप्पी हार्मोन बढ़ाती है।
- पर्याप्त नींद लें – नींद की कमी से मूड बिगड़ सकता है, इसलिए रोज 7-8 घंटे की नींद लें।

निष्कर्ष: सही खानपान से बनाएं मन को खुशहाल
हमारा खानपान हमारे Body स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक सेहत और मूड को भी प्रभावित करता है। अगर आप हमेशा तनाव, चिंता या चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं, तो अपनी डाइट पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। हेल्दी फूड का सेवन करके न सिर्फ Body बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रह सकते हैं।
इसलिए अगली बार जब आप खाना खाएं, तो यह जरूर सोचें कि यह सिर्फ आपके शरीर के लिए नहीं, बल्कि आपके दिमाग और मूड के लिए भी जरूरी है।
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