हेडलाइन:Meloni से मुलाकात के बाद ट्रंप का बड़ा बयान- ‘उनके जैसा कोई नहीं, सौदा 100% पक्का
वाशिंगटन/रोम: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया Meloni के बीच हाल ही में हुई एक मुलाकात ने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल मचा दी है। इस मुलाकात के बाद ट्रंप ने Meloni की प्रशंसा में जो शब्द कहे, वे न केवल उनके प्रति उनके उच्च सम्मान को दर्शाते हैं, बल्कि भविष्य के संभावित गठजोड़ों और समझौतों की ओर भी इशारा करते हैं। ट्रंप ने Meloni को “दुनिया में अद्वितीय” बताते हुए कहा कि उनके साथ “100 फीसद सौदा पक्का” होगा। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं और यह समझने की कोशिश की जा रही है कि आखिर ट्रंप किस ‘सौदे’ की बात कर रहे हैं।

यह मुलाकात, जो संभवतः किसी राजनीतिक कार्यक्रम या सम्मेलन के मौके पर हुई, दो ऐसे नेताओं के बीच थी जो अपनी मजबूत राष्ट्रवादी और रूढ़िवादी विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। डोनाल्ड ट्रंप, जो 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, अपनी ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति और स्थापित व्यवस्था को चुनौती देने वाले अंदाज के लिए विख्यात हैं। वहीं, जियोर्जियाMeloni इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं और उनकी पार्टी ‘ब्रदर्स ऑफ इटली’ की जड़ें दक्षिणपंथी राजनीति में गहरी हैं।Meloni ने अपनी नियुक्ति के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है, जहां वह इटली के हितों को मजबूती से रखती हैं, लेकिन साथ ही यूरोपीय संघ और नाटो जैसे गठबंधनों के प्रति प्रतिबद्धता भी दिखाती हैं।
ट्रंप की प्रशंसा के मायने:
ट्रंप काMeloni के लिए “उनके जैसा कोई नहीं” कहना काफी महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि ट्रंप मेलोनी की नेतृत्व शैली, उनकी दृढ़ता और शायद उनकी राजनीतिक विचारधारा से काफी प्रभावित हैं। ट्रंप अक्सर ऐसे नेताओं की प्रशंसा करते हैं जिन्हें वे ‘मजबूत’ मानते हैं और जो राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हैं। Meloni ने जिस तरह से इटली में सत्ता संभाली है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बनाई है, वह निश्चित रूप से ट्रंप के लिए आकर्षण का केंद्र हो सकती है। दोनों नेताओं में लोकलुभावन (populist) राजनीति की झलक दिखती है, जहां वे आम आदमी की आवाज बनने का दावा करते हैं और अप्रवासन जैसे मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाते हैं।

‘100 फीसद सौदा पक्का’: क्या है संकेत?
ट्रंप के बयान का सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला हिस्सा “100 फीसद सौदा पक्का” वाला वाक्य है। यह अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। क्या यह किसी विशिष्ट व्यापार समझौते, सुरक्षा सहयोग या किसी अन्य नीतिगत मुद्दे पर भविष्य में होने वाले करार का संकेत है, खासकर अगर ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं? या यह सिर्फ एक अलंकारिक बयान है जो दोनों नेताओं के बीच मजबूत वैचारिक तालमेल और भविष्य में मिलकर काम करने की इच्छा को दर्शाता है?
विश्लेषकों का मानना है कि यह ‘सौदा’ कई चीजों का मिला-जुला रूप हो सकता है। पहला, यह दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत केमिस्ट्री और आपसी सम्मान को दिखाता है। दूसरा, यह साझा राजनीतिक एजेंडे का संकेत हो सकता है, जिसमें अवैध अप्रवासन पर नियंत्रण, राष्ट्रीय संप्रभुता पर जोर, पारंपरिक पारिवारिक मूल्यों का समर्थन और शायद कुछ हद तक संरक्षणवादी आर्थिक नीतियां शामिल हों। तीसरा, यह भविष्य के लिए एक राजनीतिक निवेश भी हो सकता है। ट्रंप यह संकेत दे रहे हैं कि अगर वे व्हाइट हाउस लौटते हैं, तो मेलोनी के नेतृत्व वाला इटली अमेरिका का एक महत्वपूर्ण और विश्वसनीय सहयोगी होगा।
वैश्विक संदर्भ और प्रभाव:
यह मुलाकात और ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है जब दुनिया भर में दक्षिणपंथी और रूढ़िवादी ताकतें उभार पर हैं। यूरोप में भी कई देशों में राष्ट्रवादी दलों का प्रभाव बढ़ रहा है। ट्रंप और मेलोनी के बीच यह तालमेल वैश्विक रूढ़िवादी आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा सकती है।
अगर ट्रंप 2024 का चुनाव जीतते हैं, तो मेलोनी के साथ उनके संबंध अमेरिका-इटली द्विपक्षीय रिश्तों के लिए तो अहम होंगे ही, साथ ही इसका असर नाटो और यूरोपीय संघ पर भी पड़ सकता है। ट्रंप अपने पिछले कार्यकाल में नाटो और यूरोपीय संघ के कई सदस्य देशों के साथ असहज रिश्ते रखते थे, लेकिन मेलोनी के साथ उनकी गर्मजोशी एक अलग तस्वीर पेश कर सकती है। हालांकि, यह भी देखना होगा कि यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच कितना सामंजस्य बन पाता है, जहां मेलोनी ने अब तक पश्चिमी देशों के रुख का समर्थन किया है, जबकि ट्रंप युद्ध को जल्द खत्म करने की बात करते रहे हैं, जिसके तरीके पर अस्पष्टता बनी हुई है।

Meloni के लिए भी ट्रंप जैसे प्रभावशाली वैश्विक नेता से प्रशंसा प्राप्त करना उनकी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाता है। यह उन्हें इटली के भीतर अपनी स्थिति मजबूत करने में भी मदद कर सकता है, जहां वे दिखा सकती हैं कि वे वैश्विक मंच पर इटली के हितों को प्रभावी ढंग से रख सकती हैं और महत्वपूर्ण नेताओं के साथ संबंध बना सकती हैं।
निष्कर्ष:
डोनाल्ड ट्रंप और जियोर्जिया Meloni की मुलाकात और उसके बाद ट्रंप का बयान निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है। “उनके जैसा कोई नहीं” और “100 फीसद सौदा पक्का” जैसे शब्द केवल प्रशंसा से बढ़कर हैं; ये भविष्य की राजनीति की ओर इशारा करते हैं। हालांकि ‘सौदे’ की प्रकृति अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह साफ है कि इन दोनों नेताओं के बीच एक मजबूत वैचारिक और व्यक्तिगत जुड़ाव है। यह जुड़ाव आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय संबंधों, खासकर अमेरिका-यूरोप संबंधों और वैश्विक रूढ़िवादी राजनीति की दिशा को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। दुनिया की निगाहें इस बात पर टिकी रहेंगी कि यह केमिस्ट्री भविष्य में किन ठोस ‘सौदों’ या सहयोगों में तब्दील होती है, खासकर यदि डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर दुनिया के सबसे शक्तिशाली पद पर काबिज होते हैं।
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