“कमाल के टिप्स”: यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर ने परीक्षा पे चर्चा में छात्रों को किया मार्गदर्शन
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की प्रतिष्ठित परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली इशिता किशोर ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में भाग लेकर छात्रों को बहुमूल्य मार्गदर्शन प्रदान किया। इशिता किशोर, जो अपनी असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों और प्रभावी रणनीति के लिए जानी जाती हैं, ने बोर्ड परीक्षाओं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता के “कमाल के टिप्स” दिए। उन्होंने परीक्षा के तनाव से निपटने, समय का प्रभावी प्रबंधन करने, सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में शामिल होने के लिए कई उपयोगी सुझाव साझा किए। इस लेख में, हम इशिता किशोर द्वारा दिए गए प्रमुख सुझावों का विस्तृत विश्लेषण करेंगे और यह जानेंगे कि कैसे छात्र इन प्रेरणादायक टिप्स को अपनाकर अपनी शैक्षणिक यात्रा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

इशिता किशोर के “कमाल के टिप्स”:
इशिता किशोर ने छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित “कमाल के टिप्स” दिए:
- नियमित और अनुशासित अध्ययन: इशिता किशोर ने छात्रों को नियमित रूप से और अनुशासित तरीके से अध्ययन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि निरंतर अध्ययन से विषयों की गहरी समझ विकसित होती है और परीक्षा के समय आत्मविश्वास बढ़ता है। छात्रों को हर दिन एक निश्चित समय निकालकर पढ़ाई करनी चाहिए और अपनी पढ़ाई के लिए एक व्यवस्थित दिनचर्या बनानी चाहिए।
- विषयों की गहरी समझ: इशिता किशोर ने विषयों को रटने के बजाय उन्हें गहराई से समझने पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विषयों को समझने से छात्रों को उन्हें लंबे समय तक याद रखने और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। विषयों को समझने के लिए छात्रों को पाठ्यपुस्तकों के अलावा अन्य स्रोतों से भी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और अपने शिक्षकों से प्रश्न पूछने में संकोच नहीं करना चाहिए।
- समय प्रबंधन: इशिता किशोर ने छात्रों को समय प्रबंधन के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी पढ़ाई और अन्य गतिविधियों के लिए समय का उचित प्रबंधन करना चाहिए ताकि वे किसी भी चीज को पीछे न छोड़ें। छात्रों को परीक्षा के दौरान भी समय का प्रबंधन करना चाहिए और प्रत्येक प्रश्न को हल करने के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए।

- तनाव प्रबंधन: इशिता किशोर ने छात्रों को परीक्षा के तनाव से निपटने के लिए कुछ कारगर उपाय बताए। उन्होंने कहा कि छात्रों को नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, पर्याप्त नींद लेनी चाहिए, स्वस्थ भोजन खाना चाहिए और ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताना चाहिए और उन गतिविधियों में भाग लेना चाहिए जो उन्हें पसंद हैं।
- सकारात्मक दृष्टिकोण: इशिता किशोर ने छात्रों को हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखना चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को परीक्षा को एक चुनौती के रूप में देखना चाहिए, न कि एक बाधा के रूप में।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करना: इशिता किशोर ने छात्रों को पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से छात्रों को परीक्षा के प्रारूप, प्रश्नों के प्रकार और समय प्रबंधन के बारे में जानकारी मिलती है।
- आत्म-मूल्यांकन: इशिता किशोर ने छात्रों को आत्म-मूल्यांकन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान करनी चाहिए और अपनी कमजोरियों को दूर करने पर ध्यान देना चाहिए। छात्रों को अपनी प्रगति को ट्रैक करना चाहिए और अपनी सफलताओं का जश्न मनाना चाहिए।

- सही मार्गदर्शन: इशिता किशोर ने छात्रों को शिक्षकों, अभिभावकों और सफल छात्रों से मार्गदर्शन प्राप्त करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मार्गदर्शन से छात्रों को सही दिशा में आगे बढ़ने और अपनी गलतियों से सीखने में मदद मिलती है।
- पर्याप्त आराम और मनोरंजन: इशिता किशोर ने छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ पर्याप्त आराम और मनोरंजन के लिए भी समय निकालने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आराम और मनोरंजन से छात्रों को तनाव कम करने और तरोताजा महसूस करने में मदद मिलती है। छात्रों को उन गतिविधियों में भाग लेना चाहिए जो उन्हें पसंद हैं, जैसे कि खेल खेलना, संगीत सुनना, फिल्में देखना या दोस्तों के साथ घूमना।
- आत्मविश्वास: इशिता किशोर ने छात्रों को परीक्षा में आत्मविश्वास के साथ शामिल होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी तैयारी पर विश्वास रखना चाहिए और यह याद रखना चाहिए कि उन्होंने कड़ी मेहनत की है। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को परीक्षा के दौरान शांत और एकाग्र रहना चाहिए।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का महत्व:
‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम एक अनूठी पहल है जिसका उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को एक मंच पर लाना है ताकि वे परीक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा कर सकें। यह कार्यक्रम छात्रों को परीक्षा के तनाव सेthumb_upthumb_down
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