सनम तेरी कसम की सरू ने किया खुलासा, 3 बॉलीवुड फिल्मों से पत्ता कटने पर कहा- ‘मैंने काम करना शुरू कर दिया था’
सनम तेरी कसम (Sanam Teri Kasam) फिल्म से रातों-रात मशहूर हुईं अभिनेत्री सरू पत्ता (Saroo Pata) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में चौंकाने वाला खुलासा किया कि उन्हें इस फिल्म सनम तेरी कसम के बाद 3 बॉलीवुड फिल्मों से बाहर कर दिया गया था। इस घटना ने एक बार फिर बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद, पक्षपात और स्थापित कलाकारों के दबदबे जैसे मुद्दों को सुर्खियों में ला दिया है। सरू पत्ता का यह बयान फिल्म सनम तेरी कसम इंडस्ट्री में नए कलाकारों के संघर्ष और चुनौतियों को उजागर करता है।

सरू पत्ता का खुलासा:
सरू पत्ता ने इंटरव्यू में बताया कि सनम तेरी कसम की सफलता के बाद उन्हें कई फिल्मों के ऑफर मिले थे, जिनमें से उन्होंने 3 फिल्मों के लिए हामी भर दी थी। हालांकि, शूटिंग शुरू होने से पहले ही उन्हें इन फिल्मों से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया, लेकिन उन्हें लगता है कि यह शायद इसलिए हुआ क्योंकि वह इंडस्ट्री में किसी बड़े नाम से नहीं जुड़ी थीं।
सरू पत्ता ने कहा, सनम तेरी कसम के बाद, मुझे लगा कि मेरा करियर शुरू हो गया है। लेकिन, अचानक सब कुछ बदल गया। मुझे 3 फिल्मों से बाहर कर दिया गया और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। यह बहुत निराशाजनक था, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और मैंने काम करना शुरू कर दिया।”
बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और पक्षपात:
सरू पत्ता का अनुभव बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और पक्षपात की कड़वी सच्चाई को दर्शाता है। अक्सर देखा जाता है कि फिल्म इंडस्ट्री में पहले से मौजूद परिवारों से आने वाले कलाकारों को आसानी से मौके मिल जाते हैं, जबकि बाहरी लोगों को अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कई बार प्रतिभाशाली होने के बावजूद, बाहरी लोगों को सिर्फ इसलिए नकार दिया जाता है क्योंकि उनके पास कोई “गॉडफादर” नहीं होता है।

यह भी सच है कि बॉलीवुड एक व्यवसाय है और निर्माता उन कलाकारों को चुनते हैं जो उन्हें लगता है कि बॉक्स ऑफिस पर सफलता दिला सकते हैं। स्थापित कलाकारों के नाम पर फिल्म बेचना आसान होता है, इसलिए निर्माताओं का ध्यान अक्सर उन्हीं पर केंद्रित रहता है।
संघर्ष और चुनौतियां:
सरू पत्ता की कहानी उन सभी नए कलाकारों के संघर्षों को दर्शाती है जो बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें न केवल प्रतिभा और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, बल्कि सही मौके और समर्थन की भी आवश्यकता होती है। कई बार, उन्हें अस्वीकृति, निराशा और अनिश्चितता का सामना करना पड़ता है।
यह भी महत्वपूर्ण है कि नए कलाकारों को इंडस्ट्री के दबावों का सामना करना पड़ता है। उन्हें अपनी छवि बनाए रखने, सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और लगातार काम की तलाश में रहने की आवश्यकता होती है। यह सब एक युवा कलाकार के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सकारात्मक दृष्टिकोण:
हालांकि सरू पत्ता को शुरुआती दौर में निराशा का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने काम करना जारी रखा और अपनी प्रतिभा पर विश्वास बनाए रखा। उन्होंने अन्य परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया और धीरे-धीरे अपनी पहचान बनाई।

सरू पत्ता की कहानी हमें यह सिखाती है कि मुश्किलों का सामना करने के बावजूद सकारात्मक रहना और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करना कितना महत्वपूर्ण है। उनकी कहानी उन सभी नए कलाकारों के लिए प्रेरणा है जो बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना चाहते हैं।
निष्कर्ष:
सरू पत्ता का अनुभव बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद, पक्षपात और नए कलाकारों के संघर्षों पर प्रकाश डालता है। यह फिल्म इंडस्ट्री में अधिक पारदर्शिता और समानता की आवश्यकता को भी दर्शाता है। यह जरूरी है कि निर्माताओं और दर्शकों दोनों ही नए और प्रतिभाशाली कलाकारों को मौका दें, ताकि बॉलीवुड में विविधता और रचनात्मकता को बढ़ावा मिले|
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