Ram Navami 2025: श्रीराम की कृपा पाने के लिए इस विधि से करें पूजा, जानें मुहूर्त और विशेष भोग
भूमिका:
Ram Navami का पर्व हिन्दू धर्म में अत्यंत पावन और महत्त्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्म के रूप में मनाया जाता है। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की Ram Navami तिथि को अयोध्या में महाराज दशरथ और माता कौशल्या के घर भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम का जन्म हुआ था। वर्ष 2025 में राम नवमी 6 अप्रैल, रविवार को मनाई जाएगी।
📅 Ram Navami 2025 की तिथि व पूजन मुहूर्त:
- तिथि: 6 अप्रैल 2025 (रविवार)
- नवमी तिथि प्रारंभ: 6 अप्रैल को सुबह 11:07 बजे
- नवमी तिथि समाप्त: 7 अप्रैल को सुबह 08:30 बजे
- राम नवमी पूजन मुहूर्त: दोपहर 11:30 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक (अभिजीत मुहूर्त)
- मध्याह्न काल: श्रीराम का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था, अतः इस समय पूजा करना विशेष फलदायी माना गया है।

🛕 Ram Navami पूजन विधि:
- स्नान एवं संकल्प:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थान की सफाई करके वहां भगवान श्रीराम की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। एक कलश में जल भरकर आम के पत्तों से सजाएं। - पूजन सामग्री:
रोली, चावल, फूल, पंचामृत, तुलसी पत्ते, दीपक, धूप, नैवेद्य, फल, मिष्ठान्न, नारियल, अक्षत, घी, कपूर आदि। - पूजा की प्रक्रिया:
- सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें।
- फिर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का स्मरण करें।
- अब श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की पूजा करें।
- पंचामृत से अभिषेक करें और शुद्ध जल से स्नान कराएं।
- चंदन, रोली, अक्षत, फूल, तुलसी पत्र अर्पित करें।
- भोग में मिष्ठान्न, फल, और विशेष रूप से खीर, पूड़ी, पंचामृत और रामदाना अर्पित करें।
- आरती और मंत्र:
श्रीराम चालीसा और राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। अंत में ‘ॐ श्रीरामाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
🪔 Ram Navami पर विशेष भोग:
Ram Navami के दिन जो भक्त श्रद्धा से भगवान को भोग अर्पित करते हैं, उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन निम्न भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है:

- खीर और पूड़ी: यह भगवान को अत्यंत प्रिय माना गया है।
- पंचामृत: दूध, दही, शहद, शक्कर और घी से तैयार।
- फल: केला, सेब, नारियल, अनार आदि।
- रामदाना (राजगिरा): उपवास में खाया जाता है और भगवान को भोग में अर्पित किया जाता है।
🙏 Ram Navami का धार्मिक महत्व:
Ram Navami का पर्व धर्म की विजय और अधर्म के नाश का प्रतीक है। यह भगवान राम के आदर्श जीवन, मर्यादा, कर्तव्य और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। इस दिन भक्त अयोध्या, सप्तपुरियों, और विभिन्न राम मंदिरों में भव्य झांकियों, शोभा यात्राओं और हवन का आयोजन करते हैं।
🧘♂️ Ram Navami पर उपवास का महत्त्व:
Ram Navami पर उपवास करने से व्यक्ति के सारे पाप नष्ट होते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। उपवास दो प्रकार के होते हैं:
- निर्जल उपवास – पूरे दिन जल का भी सेवन नहीं किया जाता।
- फलाहार उपवास – फल, दूध, और व्रत अनाज जैसे राजगिरा, साबूदाना आदि का सेवन किया जाता है।
📿 Ram Navami मंत्र:
- ॐ श्रीरामाय नमः
- ॐ राम रामाय नमः
- श्रीराम जय राम जय जय राम
इन मंत्रों का जप इस दिन कम से कम 108 बार अवश्य करें।

✨ उपसंहार:
Ram Navami न केवल एक पर्व है, बल्कि यह एक अवसर है श्रीराम के जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का। भक्ति भाव से किया गया पूजन जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और शांति का संचार करता है। इस वर्ष 2025 में, आइए राम नवमी को विधिपूर्वक मनाएं और भगवान श्रीराम की कृपा प्राप्त करें।
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